कल भी तूफानो से मेरा सामना होगा,
बांकी कितना दम है हमको देखना होगा।
वक्त पर काम आएगी ये ज़िन्दगी नादां,
इक खूबसूरत सा अगर रिश्ता बुना होगा।
रात लम्बी है अँधेरी,घोर काली डर लगे है,
अब अपनी उमीन्दो का सूरज ढूँढना होगा।
हो ना दिलों के दरमियाँ कोई फ़ासला यारों
बड़ी शख्त दीवारों को मुश्किल तोड़ना होगा।
मंजिले भी चाहिये रफ़्तार भी हासिल
गुजरे हुए लम्हों को पीछे छोड़ना होगा।