शर्त ना कोई मंजूर होगी,
ज़िन्दगी अब ना दस्तूर होगी।
राज अब ना छुपेंगे छुपाए,
बात निकलेगी मशहूर होगी।
बेबजह ना इन्हें तुम कुरेदो,
चोट दुःख-दुःख के नासूर होगी।
ला-इलाज-ए मर्ज है दवा क्या,
हो इनायत तो काफूर होगी।
ढूंढ लाएं चलो हम उजाले,
रात लम्बी है बेनूर होगी।
कितनी मासूम शातिर अदा है,
बेवफा है वो मगररूर होगी।