अधूरा था मुकम्बल हो गया ,
शुक्रिया प्यार हासिल हो गया ।
ना मुडकर आपने देखा दोवारा,
तुम्हारा दिल ही पत्थर हो गया ।
चलो आओ मिटा दें फासले ,
पिघलती बर्फ दरिया हो गया ।
राह से कांटे चुनूँगा उम्र भर ,
तुम्हें पाना ही मंजिल हो गया ।
नहीं सुलझे मगर जायज सवाल,
बदलता वक्त घायल हो गया ।
दिया उम्मीद का रखना जलाये ,
अँधेरा घोर कातिल हो गया |
तुम्हारा दिल ही पत्थर हो गया ।
पिघलती बर्फ दरिया हो गया ।
तुम्हें पाना ही मंजिल हो गया ।
बदलता वक्त घायल हो गया ।
अँधेरा घोर कातिल हो गया |