मिटा दो फासले तुम,अपना बना लो,
ना रख्खो शर्त फिर भी आजमा लो|
अधूरे ख्वाब हम पूरे करेंगे ज़िन्दगी,
मैं बेरंग पानी हूँ जहाँ चाहो मिला लो |
हवा का रुख बनेगा कल नया मौसम,
जायेंगे बदल हालात , अंदाजा लगालो |
वो हालांकि हमारा हमसफर है दोस्तों,
मगर अपना नहीं जिसे दिल से लगा लो |
मिली थी धूप में छांव बिछाती ज़िन्दगी,
तुम्हारी चांदनी है चाहे ओढो या बिछालो|
कभी रुकता नहीं वक़्त, लेकिन थम गया,
भिगो दो आंसुओं में ,ख़ुशी से गुनागुनालो |
हजारों ख्वाहिशें दिल में दवा कर ले गया ,
मैं इकलौता नहीं हूँ,जिसे तुम बरगला लो |