सबके हिस्से का,जहर पी जाऊंगा ,
चाहे जो हालत हो, जी जाऊँगा ।
मुद्दतों करवट में,हम जिनके रहे ,
याद उनको भी,बहुत दिन आऊंगा ।
धीरे-धीरे क़त्ल ,कर देना मुझे ,
यूँ ना दिल को तोडना,मर जाऊंगा ।
सिर्फ तुम ही तुम,नज़र में चार सूं ,
बोल क्या तन्हाई में ,रह पाऊँगा ।
बेखबर था ,बेबफा हर कोई है ,
किस-किस का दिल बहलाऊँगा ।