और तुम कितना तराशोगे मुझे,
प्यार से छूलो तो पा लोगे हमें।
कबसे सजदे में खड़ा हूँ देखिये,
तुम चाहतो का ये सिला दोगे हमें।
आज तक खाली रहा दामन मेरा,
तुम दवा या दर्द क्या दोगे हमे।
हूँ वहीं ठहरा हुआ उस मोड़ पर मैं,
आरज़ू! मुड़कर के देखोगे मुझे।
पथ्थरों को रब समझ कर पूजते,
जब सामने आया सजा दोगे मुझे।
भूल जाऊँगा तुम्हें इक शर्त है,
आप भी ना याद आओगे हमें।
शुक्रिया हर सांस का ये ज़िन्दगी,
अब तो मरने की दुआ दोगे मुझे।