जब कोई चेहरा उदास दिखता है ,
वक्त सचमुच ख़िलाफ़ लगता है |
जागती आँख है ,सो गये सपने,
कोई अपना, ना खास लगता है |
हमने सकूने दिल गवा दिया यूँ ही,
जाने क्या अब तलाश करता है |
कौन आया है सहरा छुपाए सीने में,
शर्तीयाँ , समंदर की प्यास रखता है|
हक़ अदा कर चले जाने बाले ,
अब वो मेरे आस - पास लगता है |
ख्वाब टूटा तो हम भी जाग गए ,
बुझती आँखों में ख्वाब उगता है |
आग पीने को लौ मचलती है,
दिल जले भी तो इंक्लाव दिखता है |