कब तक तेरी तस्वीर से बातें करेंगे हम,
तन्हाई की ज़ंजीर से कैसे लड़ेंगें हम।
लानत है मेरी ज़िन्दगी जो मौत से डरूँ,
जल्लाद की शमशीर से बाते करेंगे हम।
हूँ बेखुदी में फिर भी तुम्हारा ख्याल है,
पहलू में रहकर आपके सजदे करेंगे हम।
बनके ख़याल आप मेरे साथ हो लिए,
तुम आइना हो खुद को सवांरा करेंगे हम।
धड़कन बना लिया तुम्हें दिल ने गुरुर से,
रूठी मेरी तक़दीर से बातें करेंगे हम।
आवारगी मेरी मुझे ले जायेगी किधर,
पलकों से तेरी राह बुहारा करेंगे हम।
तुम बूँद -बूँद करके लहू में उत्तर गए,
लो आज फिर 'अनुराग' से बातें करेंगे