स्कूल
जाने के रास्ते में रेल की पटरियां बाधा बनीं तो 7वीं के एक छात्र नयन ने प्रधानमंत्री
श्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिख दिया| पीएमओ ने इस पत्र को संज्ञान में लिया और
रेलवे की टीम को निरीक्षण के लिए भेजा। अधिकारियों ने बच्चे से मिलकर उसकी परेशानी
को समझा। अब उसके स्कूल जाने का आसान रास्ता बनाने की कवायद हो रही है। दरअसल
कानपुर के समीपवर्ती उन्नाव
जिले के राजेपुर का रहने वाला नयन सिन्हा बस्ती के एक स्कूल में पढ़ता है। लखनऊ-कानपुर
रेलवे मार्ग के दूसरे छोर पर ही उसका स्कूल है। इस वजह से उसे घूमकर जाने में जहां 10 किमी का फासला तय करना पड़ता था,
जबकि रेलवे ट्रैक पार कर पांच मिनट में ही
स्कूल पहुंचा जा सकता है| नयन ने आठ सितंबर, 2015 को स्कूल में किसी को बिना बताए अपनी परेशानी
लेटर में लिखी और पीएम को भेज दिया। पीएमओ
ऑफिस ने छात्र की समस्या पर ध्यान दिया और रेल मंत्रालय को इसका समाधान करने के निर्देश
दिए। नयन
के घर पर हाल ही में इसका जवाब लेटर के जरिए पहुंचा तो सभी की खुशी का ठिकाना नहीं
रहा। इस बाबत डिवीजनल
इंजीनियर श्री रंजीत कुमार ने बताया कि रेलवे ट्रैक को समतल करने का काम शुरू कर दिया
गया है।
जल्द
ही छात्र को स्कूल आने-जाने के लिए नया रास्ता मिल जाएगा। इस पर
नयन की मां श्रीमती संगीता सिन्हा
ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनके बेटे नयन के लेटर का जवाब आया और उसकी
समस्या भी दूर हो रही है| उन्होंने आगे कहा कि नयन ट्रैक पार करते समय एक स्टूडेंट
के एक्सीडेंट के बाद काफी परेशान रहता था। उसने
एक दिन उनसे पूछा था कि पीएम मोदी सबकी मदद करते हैं, तो क्या वो हमारी नहीं कर सकते? इसके बाद ही उसने लेटर लिखकर ट्रैक को समतल
करने या उस पर रास्ता बनाने की मांग की| नयन के स्कूल
की प्रिंसिपल माननीया सबिया खान का कहना है कि नयन ने सभी का नाम रोशन किया है। जिस
काम पर जिला प्रशासन,
विधायक, सांसद और नेताओं ने कोई कदम नहीं उठाया।
वह काम हो गया नयन की वजह से जिसकी पहल की वजह से ही अब रास्ता बनेगा। (साभार:दैनिक
भास्कर)