१. स्पेस प्रोग्राम में भारत आगे, पाक पीछे
- भारत के स्पेस प्रोग्राम की सक्सेस पर पाक मीडिया में जमकर तारीफ की जाती रही
है। मीडिया कहता है कि हम लोग राजनीति, बिजली और पानी की बहस से बाहर नहीं निकल पाते। वहीं, भारत चंद्रयान और
मंगलयान मिशन में सक्सेस हासिल कर लेता है। पाक मीडिया के मुताबिक, "भारत ने मंगल मिशन पर 4.5 बिलियन डॉलर खर्च
किए। जबकि हम 27 किमी. मेट्रो बस रूट बनाने में 30 अरब रुपए से ज्यादा खर्च कर देते हैं।"
२. भारत में पाक से कम करप्शन, लेकिन डेवलपमेंट भी
- पाक मीडिया में भारत और पाकिस्तान के करप्शन को लेकर अक्सर बहस होती रहती है। उसके मुताबिक, "ट्रांसपेरेंसी
इंटरनेशनल लिस्ट में भारत तेजी से ऊपर जा रहा है। जबकि पाकिस्तान काफी पीछे
है।" "भारत के सामने अपनी विशाल आबादी के
बावजूद करप्शन के साथ डेवलपमेंट करना सबसे बड़ी चुनौती रही है। इसे हमें स्वीकार
करना चाहिए।"
३. भारत के इलेक्शन में धांधली नहीं होती
- पाकिस्तान में इमरान खान ने नवाज शरीफ पर चुनावों में धांधली का आरोप लगाया।
जबकि भारत में ऐसी शिकायत नहीं की जाती। भारत में इलेक्शन कमीशन सरकार से
ज्यादा पावरफुल इंस्टीट्यूशन है। कोई भी पार्टी इलेक्शन रिजल्ट्स पर सवाल नहीं
उठाती। सरकारें तक अपने फायदे के लिए इलेक्शन रिजल्ट में हेरफेर नहीं करा सकती। सबसे
अच्छा उदाहरण दिल्ली में आप पार्टी और बिहार में नीतिश-लालू की जीत है
४. भारत के टैक्स सिस्टम में सुधार, कम हो गई चोरी
- पाक मीडिया के मुताबिक, दुनिया में पाकिस्तान में सबसे कम टैक्स इकट्ठा होता है। खराब टैक्स सिस्टम
के कारण सबसे ज्यादा टैक्स चोरी होती है। तहरीके इंसाफ पार्टी के चीफ इमरान खान ने
एक प्रोग्राम में कहा था कि टैक्स की चोरी न होती तो हमें दूसरे मुल्कों से भीख
नहीं मांगनी पड़ती।
५. बेहतर न्याय प्रणाली
- पाक मीडिया इस बात पर अफसोस करता है कि उनके देश में जजों की कमेटी पर सवाल
उठाए जाते हैं। वहीं, भारत में ब्यूरोक्रेट्स पर कोई सवाल नहीं उठता। पाक सीनियर जर्नलिस्ट नजम सेठी
के मुताबिक, "हमारे यहां ज्यूडिशरी इतना बेकार है कि सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के जजों पर
भी दो पार्टियां एक नहीं होती।"
६. भारत में एजुकेशन सिस्टम बेहतर
- पाक मीडिया के मुताबिक, "पाकिस्तानी एजुकेशन सिस्टम सड़ रहा है। वहीं, भारत के एजुकेशन की सब
जगह तारीफ होती है।" भारत की आईआईटी, आईआईएम वर्ल्ड के टॉप
यूनिवर्सिटीज में शुमार होती हैं। वहीं, पाक एजुकेशन सिस्टम ए लेवल, ओ लेवल में फंसा हुआ है। पाक स्कूलों में बच्चों को नफरत का पाठ पढ़ाया जाता है। उनकी किताबों में
हिस्ट्री को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाता है।
७. डिप्लोमेसी भारत की अच्छी
- पाक मीडिया का मानना है कि भारत की डिप्लोमेसी बेहतर रही है। वह फायदे में
दुश्मनी को आड़े नहीं आने देता। "दुश्मनी के बावजूद भी भारत का चीन के साथ ट्रेड बढ़ा
है। वहीं, हम पाकिस्तानी आज तक ईरान से गैस पाइप लाइन डील पूरी नहीं कर पाए।" "भारत की इकोनॉमी अच्छी पोजिशन में है। दुश्मन देश भी
उसके साथ फायदे की डील करने से पीछे नहीं हटते।" (साभार:दैनिक भास्कर)