इंदौर की समीपवर्ती पर्यटन नगरी “मांडू” में विगत सुबह 10 बजे नगर को कचरा व
पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने के संदेश के साथ एक अनूठी बारात सड़कों पर निकली । उल्लेखनीय
है कि “स्वच्छ भारत अभियान” के तहत मांडू को कचरा व पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने के सपने के अंतर्गत ढोल, बैंड-बाजे, डीजे, हाथी-घोड़े और आदिवासी
नृत्य मांदल की थाप पर थिरकते कलाकारों के साथ निकली इस अनोखी बारात में “कचरे” को
दूल्हा बनाया गया जिसमें सजे-धजे बाराती के रूप में नेता, अधिकारी, देशी-विदेशी
पर्यटक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित शामिल हुए। इस अनोखे आयोजन पर मांडू नगर परिषद अध्यक्ष श्री महेश ठाकुर का कहना था कि यूं
तो मांडू को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए हमने पहले से ही पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगा
रखा है । लेकिन इस आयोजन के माध्यम से पर्यटन नगरी मांडू को और अधिक साफ और सुंदर
बनाने के मद्देनज़र हमने इस अनोखी बारात का आयोजन करवाया, जिसमें झाबुआ जिले का “भगोरिया
नृत्य” सबके आकर्षण का केंद्र रहा। साथ ही इसमें सजे-धजे बाराती के रूप में नेता, अधिकारी, देशी-विदेशी पर्यटक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित शामिल हुए। इसके
अलावा मनावर के बैंड ने कचरे पर बने गीत की प्रस्तुति भी दी। गौरतलब है कि इस
अनूठी बारात में शामिल होने के लिए मांडू नगर पंचायत ने शहरभर में मुनादी करवाई थी
जिसके लिए कार्यकर्ताओं को घोड़ों पर नगर भर में घुमाया गया था|