जोड़ों-घुटनों-आर्थराइटिस-गठिया
का दर्द अमूमन तभी होता है जब सम्बंधित अंग-हड्डियों के संधि-स्थलों पर ग्रीस (चिकनाई
या द्रव तत्व) ख़त्म हो गई हो| इसके निवारण में हरसिंगार (पारिजात) के पत्ते
प्रयुक्त किये जाते हैं| दरअसल जोड़ों-घुटनों-आर्थराइटिस-गठिया के दर्द में आराम हेतु
ग्रीस निर्माण के लिए हरसिंगार या पारिजात के १२ पत्ते कूटकर एक गिलास पानी में तब
तक उबालें जब तक कि इसका एक चौथाई अंश शेष न रह जाए| इस बचे हुए अर्क को बिना छाने
ही ठंडा करके ९० दिनों तक पीने से ग्रीस (चिकनाई या द्रव तत्व) बन जाने की पूरी संभावना
होती है जिस कारण जोड़ों-घुटनों-आर्थराइटिस-गठिया के दर्द में आराम मिलता है| अगर
बात न बने तो एक माह के अंतराल पर ९० दिनों तक पुन्हः यही प्रक्रिया अपनाएँ|