नवोन्मेष के जरिये उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए नरेंद्र मोदी का
महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट विगत 16 जनवरी से 'स्टार्ट-अप इंडिया' कैंपेन लॉन्च हो गया
है जिसकी हर ओर चर्चा हो रही है| ज्ञातव्य है कि प्रतिभाशाली युवा उद्यमियों द्वारा किसी नवोन्मेषी विचार पर
बनी छोटी कंपनी को “स्टार्ट-अप कम्पनी” कहा जाता है| वास्तव में स्टार्ट-अप मतलब एक नवोन्मेषी विचार| अर्थात एक नव विचार को लेकर, छोटी पूँजी और छोटे
इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ शुरू की गई कम्पनी “स्टार्ट-अप” कहलाती है| यूं तो भारत में यह अवधारणा अभी-अभी प्रचलन में आई है लेकिन अमेरिका, हांगकांग और जर्मनी
जैसे देशों में इसकी धूम है| गौरतलब है कि अमेरिका की सिलिकॉन वैली में कई भारतीय
युवाओं ने एक से बढ़कर एक स्टार्ट-अप शुरू किए हैं, और उनके विचारों एवं
मेहनत को देखकर अब बड़े-बड़े कार्पोर्रेट घराने इन स्टार्ट-अप कंपनियों में निवेश
हेतु अपनी विशेष रूचि दिखाने लगे हैं, उन्हें प्रायोजित करने लगे हैं तथा बड़ी पूँजी लगाकर उन्हें प्रोत्साहित भी कर
रहे हैं और इनके सुनहरे भविष्य में अपने लाभ के प्रति आशान्वित हैं| आज से पन्द्रह
साल पहले अमेरिका में फेसबुक और उबर टैक्सी जैसी कम्पनियाँ भी कभी “स्टार्ट-अप” ही थीं, लेकिन नवोन्मेषी विचार और युवा एवं मेहनती उद्यमियों की वजह से आज इनका टर्न-ओवर
अरबों डॉलर का हो चुका है| बहरहाल मोदी जी द्वारा शुरू ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ योजना
की बातों पर आइये डालें एक खास नज़र:
- 10 हजार करोड़ रुपये का फंड बनाया जाएगा, इसमें हर साल 2500 करोड़ रुपये का फंड स्टार्ट-अप्स को दिए जाएंगे
- स्टार्ट-अप से प्रॉफिट पर तीन साल तक टैक्स नहीं
- सेल्फ सर्टिफिकेट आधारित कमप्लायंस की व्यवस्था
- तीन साल तक कोई इंस्पेक्शन नहीं
- स्टार्ट-अप के लिए वेब पोर्टल और मोबाइल एप
- छोटे फॉर्म के जरिए ई-रजिस्ट्रेशन
- स्टार्ट-अप के लिए एग्जिट की भी व्यवस्था
- पेटेंट फीस में 80 फीसदी की कटौती
- इंटेलेक्चुअल प्रापर्टी के लिए कानूनी मदद
- प्रमुख शहरों में सलाह के लिए निशुल्क व्यवस्था
- स्टार्ट-अप इंडिया हब के तहत सिंगल प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट
- हैंडहॉल्डिंग की व्यवस्था की जाएगी
- सार्वजनिक और सरकारी खरीद में स्टार्ट-अप को छूट मिलेगी
- चार साल तक 500 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का क्रेडिट गारंटी फंड बनाया जाएगा
- शेयर मार्केट वैल्यू से ऊपर के इन्वेस्टमेंट पर टैक्स में छूट दी जाएगी
- अटल इनोवेशन मिशन की शुरुआत, इसके तहत स्टार्ट-अप को कंपटेटिव बनाना
- एंटरप्रेन्योर के नेटवर्क को बनाया जाएगा, स्टार्ट-अप को सीड
कैपिटल देने के साथ कई अन्य सुविधाएं
- 35 नए इन्क्यूबेशन सेंटर खुलेंगे
- बच्चों में इनोवेशन बढ़ाने के लिए इनोवेशन कोर प्रोग्राम की होगी शुरुआत
- 5 लाख स्कूलों के 10 लाख बच्चों की पहचान की जाएगी जो इनोवेशन को आगे बढ़ा सकें
- अपनी प्रॉपर्टी को बेच कर स्टार्टअप शुरू करने पर कैपिटल गेन टैक्स की छूट
दी जाएगी