विगत 29 अक्टूबर को आई.आई.टी.-कानपुर के
अति प्रसिद्ध वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव “अंतराग्नि-2015” का रंगारंग आगाज़ अमित त्रिवेदी,
नीति मोहन और दिव्य कुमार जैसे संगीत के सितारों की शानदार सांगीतिक प्रस्तुति के
जरिये हुआ, जिसका विधिवत समापन 1 नवम्बर
की गुलाबी ठंडी रात में प्रख्यात पार्श्वगायिका सुनिधि चौहान की दमदार गायिकी के
साथ हुआ | 4 दिनों के इस भव्य आयोजन
में देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों के नामचीन शख्सियतों के साथ ही विशिष्ट
कॉलेजों, विश्वविद्यालयों के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक रोचक
प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपने हुनर का लोहा मनवाया | ज्ञातव्य है कि
“अंतराग्नि-2015” के स्पांसर्स (आयोजकों)
में से एक “शब्दनगरी” इस खास महोत्सव के ‘हिंदी लिटररी इवेंट्स’ का “टाइटल
स्पांसर” अर्थात “शीर्षक आयोजक” रहा जिसके अंतर्गत 6 प्रतियोगितायें (काव्यांजलि, किरदार, आमने-सामने,
दृष्टिकोण, इशारों-इशारों में एवं शब्दरंग) हुईं, जिनमें जजेज मृदुला शुक्ला, माया
मृग, रामजी तिवारी एवं विवेक मिश्रा की उपस्थिति में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर
हिस्सा लिया | इन प्रतियोगिताओं में चयनित प्रतियोगियों को “शब्दनगरी” के संयोजक
एवं निदेशक श्री निखिल तिवारी एवं टीम ने पुरस्कृत कर प्रशस्ति-पत्र भी प्रदान
किया | वहीं “अंतराग्नि-2015” के तीसरे दिन हुए
‘कवि-सम्मेलन’ में शामिल ख्याति-प्राप्त हस्तियों जैसे राहत इंदौरी, अरुण जेमिनी,
सुमन दुबे, कुमार मनोज जैसे मूर्धन्य कवि-कवियत्री को “शब्दनगरी” ने स्मृति-चिन्ह
देकर सम्मानित किया | उल्लेखनीय है कि “अंतराग्नि-2015” के विविध कार्यक्रमों,
प्रतियोगिताओं, स्टाल्स में शामिल “शब्दनगरी” की प्रसिद्ध लोगों के साथ ही
छात्र-छात्राओं एवं सामान्य-जनों द्वारा इसकी नवोन्मेषी अवधारणा के कारण मुक्त-कंठ
से विशेष सराहना हुई |