पाकिस्तान का पुरजोर विरोध कर रही शिवसेना ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी अपना निशाना साधना शुरू कर दिया है | विगत बुधवार को शिवसेना द्वारा शिवसेना भवन के सामने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का एक आपतिजनक पोस्टर लगवाने की खबर पर विवाद गहराने के बाद मुंबई पुलिस ने आनन-फानन में इस पोस्टर को उतरवा दिया | ज्ञात हो कि इस विवादास्पद पोस्टर में शिवसेना ने श्री मोदी को ढोंगी करार दिया गया था। पोस्टर में मोदी को दिखाते हुए लिखा था, '' जो अब गर्व से सिर उठा रहे हैं, वो कभी बाला साहेब के चरणों में सिर झुकाते थे।'' पोस्टर में नजर आ रही फोटो मोदी और बाला साहेब ठाकरे की मुलाकात के दौरान की है। अपुष्ट ख़बरों के अनुसार शिवसेना द्वारा मोदी विरोध का कारण वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली का शिवसेना को दिया कड़ा बयान बताया जा रहा है | उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों शिवसेना द्वारा पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ शहरयार खान के विरोध के बाद वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने कहा था कि लोकतंत्र में कोई भी विरोध कर सकता है, लेकिन गुंडागर्दी नहीं चलेगी। इसी बयान से अब शिवसेना नाराज बताई जा रही है। साथ ही मोदी विरोध के कारणों में एक यह भी बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में सत्ता के मेन स्ट्रीम में नहीं आ पाने से शिवसेना लगातार परेशान है। हालांकि शिवसेना सरकार में जरूर है, लेकिन महाराष्ट्र के कुछ बड़े शहरों की नगर निगम में अब उसका पहले जैसा दबदबा नहीं है। वहीं, महाराष्ट्र में शिवसेना अपने मंत्रियों को अधिकार न दिए जाने से भी खासी नाराज है। दीगर है कि शिवसेना के निशाने पर अब पाकिस्तानी एक्टर्स फवाद खान और माहिरा खान हैं। शिवसेना ने कहा है कि वो इन एक्टर्स को महाराष्ट्र में अपनी आने वाली फिल्मों का प्रमोशन नहीं करने देगी।
शिवसेना के इस विरोध से क्या आप सहमत हैं ? शिवसेना द्वारा मोदी
विरोध के आपके अनुसार और भी क्या कारण हो सकते हैं ?