दीपावली के उपलक्ष्य में इंदौर से सटे रतलाम शहर के माणकचौक स्थित प्रसिद्ध “महालक्ष्मी
मंदिर” का दरबार नोटों की लड़ियों तथा सोने-चांदी से सजने हेतु तैयार है। मंदिर
में नोट तथा सोने-चांदी के जेवर आना शुरू हो गए हैं। विगत गुरुवार को बड़ी संख्या
में भक्तों ने मंदिर के दरबार को सजाने के लिए नोटों एवं सोने-चांदी के जेवर मंदिर
प्रबंधन को सौंपे | कल शनिवार तक नोट एवं सोने-चांदी के जेवर लिए जाएंगे जिन्हें
धन-तेरस से दीवाली तक मंदिर परिसर में सजाने हेतु प्रयुक्त किया जाएगा। आगामी सोमवार
से बुधवार तक देवी लक्ष्मी का यह प्रसिद्ध दरबार करोड़ों रुपए के नोट एवं सोने-चांदी
के आभूषणों से सजा रहेगा। इनमें 10 और 50 के नोटों का भी इस्तेमाल शामिल रहेगा | पिछले वर्ष दीवाली के अवसर पर इस
मंदिर को 80 करोड़ रुपए के नोटों और सोने-चांदी से सजाया गया था। गौरतलब है कि मान्यतानुसार दीवाली पर रतलाम स्थित महालक्ष्मी मंदिर के दरबार
में नोट रखने या सोने के जेवर रखने से साल भर घर में समृद्धि रहने की जन-मान्यता
के कारण हर वर्ष यह मंदिर नोटों से सजाया जाता है | भक्तों द्वारा दिए गए
नोटों एवं सोने के जेवरों की एंट्री होती है जिसे दीपोत्सव के बाद श्रद्धालुओं को
लौटा दिया जाता है ।
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