माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ‘तिल चतुर्थी’ या ‘सकट’ का व्रत
किया जाता है। इसे संकटा चतुर्थी भी कहते हैं। चूंकि बुधवार का दिन भी भगवान श्रीगणेश
की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए आज मनाये जाने वाले इस व्रत महत्व और
अधिक बढ़ गया है। ज्योतिष-अनुसार, राशि अनुसार इस दिन भगवान
श्रीगणेश की पूजा से भक्त की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। राशि-अनुसार पूजा हेतु ये उपाय इस
प्रकार हैं-
मेष राशि:
1. मेष राशि वाले लोगों को सिंदूरी रंग के गणेशजी की आराधना करना चाहिए।
2. 11 दूर्वा हल्दी के जल में डालकर श्रीगणेश को अर्पित करें।
3. ऊं गं गणपतये नम: को दूर्वा से 108 बार भोजपत्र पर लिखें।
वृषभ राशि:
1. वृषभ राशि वाले लोगों को दूधिया
रंग के श्रीगणेशजी की आराधना करना चाहिए|
2. श्रीगणेश को सफेद फूल पर इत्र लगाकर नौ दूर्वा के साथ अर्पित करें व सफेद
लड्डू का भोग लगाएं।
3. पूजा करते समय ऊँ गं ऊँ गं मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि:
1. मिथुन राशि वाले लोगों के लिए हरे रंग की गणेश प्रतिमा की पूजा करना शुभ होगा|
2. श्रीगणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए दूर्वा की माला बनाकर ऊँ श्री गं
गणाधिपतये नम: 108 बार बोल कर चढ़ाएं।
3. श्रीगणेश को गुड़ का भोग लगाएं।
कर्क राशि:
1. कर्क राशि वाले लोगों के लिए सफेद रंग के गणेशजी की पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा|
2. श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए सफेद आंकड़े के फूल की माला बनाकर साथ में
दूर्वा की जड़ बांधकर अर्पित करें।
3. ऊँ श्री श्वेतार्क देवाय नम: का जाप कम से कम 108 बार करें।
4. भगवान श्रीगणेश को मोदक का भोग लगाएं साथ ही मक्खन भी।
सिंह राशि:
1. सिंह राशि वाले लोगों के लिए मैरून रंग की श्रीगणेश प्रतिमा की आराधना करना
ज्यादा सफलता कारक रहेगा|
2. पहले 108 दूर्वा पर थोड़ा कुंकुम लगा लें, उसके बाद यह दूर्वा श्रीगणेश को अर्पित करें।
3. गुड़ की 11 गोली बनाकर भगवान श्रीगणेश को अर्पण करें|
कन्या राशि:
1. कन्या राशि वाले लोगों को गहरे हरे रंग के गणेशजी की आराधना करना श्रेष्ठ रहेगा|
2. श्रीगणेश को साबूत हरे मूंग 108 की संख्या में चढ़ाएं।
3. भगवान गणेश के मंदिर में हरे मूंग व गुड़ का दान करें।
4. श्री वक्रतुण्डाय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें।
तुला राशि:
1. तुला राशि वाले लोगों को सफेद मिश्रित रंग के गणेशजी की प्रतिमा का पूजन करना
सर्वोत्तम रहेगा|
2. सवाया लड्डू का भोग श्रीगणेश को लगाएं।
3. दूर्वा व फूल भी सवा सौ ग्राम या सवा किलो चढाएं|
4. श्रीगणेश स्त्रोत का पाठ करना भी श्रेष्ठ होगा|
वृश्चिक राशि:
1. वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए लाल मिश्रित श्रीगणेशजी की आराधना करना सबसे
अच्छा रहेगा|
2. श्रीगणेश को लाल रंग से रंगे चावल अर्पण करें।
3. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि चावलों की संख्या 108 से कम अथवा ज्यादा न
हो।
4. श्री विघ्नहरण संकट हरणाय नम: का जाप करें|
धनु राशि:
1. धनु राशि वाले लोगों को पीले रंग की गणेशजी की आराधना करना उत्तम रहेगा|
2. हल्दी की पांच गठान श्री गणाधिपतये नम: का जाप करते हुए चढ़ाएं।
3. 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर श्री गजवकत्रम नमो नम: का जाप करके चढ़ाएं।
4. श्रीगणेश को लड्डुओं का भोग लगाएं।
मकर राशि:
1. मकर राशि वाले लोगों के लिए नीले रंग के श्रीगणेश की आराधना करना सर्वोत्तम रहेगा|
2. भगवान श्रीगणेश को काले तिल अर्पण करें।
3. दूर्वा व लाल रंग के फूल पर इत्र लगाकर श्री गणेशाय नम: का जाप करके श्री
गणेशजी को अर्पण करें।
4. गणपति अर्थ का पाठ करें।
कुंभ राशि:
1. कुंभ राशि वाले लोगों को आसमानी रंग की गणेश प्रतिमा की आराधना करनी चाहिए।
2. श्रीगणेश पर सिंदूर का तिलक लगाएं व उनके मस्तक के मध्य में हल्दी का तिलक
लगाएं।
3. भगवान श्रीगणेश को 108 दूर्वा चढ़ाएं, जिससे समस्त रुके हुए कामों में सफलता अच्छी प्राप्त हो सके।
4. ऊँ गं गणपतयै नम: का जाप करें।
मीन राशि:
1. मीन राशि वाले लोगों को हल्दी रंग के श्री गणेशजी की आराधना करनी चाहिए।
2. हल्दी की जड़ पर आठ बार ऊं गं गं गं गं गं श्री गजाय नम: लिखकर भगवान श्री
गणेशजी को अर्पण करें।
3. पीले रंग के धागे में पीले फूल व दूर्वा की माला बनाकर श्री गणेशजी को
अर्पण करें।
4. चने की दाल और गुड़ भगवान श्रीगणेश के मंदिर में दान करें।
(साभार: दैनिक भास्कर)