आज जब भारत में धर्म के नाम पर सियासत का बाज़ार गर्म है | कौमी एकता की मिसाल के शहर अजमेर में सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के सामने ऐसा सुन्दर नज़ारा दिखा जिसमें भारत की आत्मा बसी है | काबिलेगौर है की अजमेर में विगत गुरुवार को बाबा चिश्ती की दरगाह के सामने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पथ-संचल का यहाँ के मुस्लिम बाशिंदों ने फूल बरसा कर अभिनन्दन एवं स्वागत किया | निश्चित रूप से यहाँ लोगों को बेहद रोचक नजारा देखने को मिला, जो भारत की वास्तविक पहचान है | इस जुलूस में शामिल प्रमुख लोगों की दस्तारबंदी भी की गई। जैसे ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का पथ-संचालन निजामगेट पहुंचा, मौके पर मौजूद मुस्लिमों ने जुलूस के प्रमुखों की दस्तारबंदी की। संघ के प्रमुख लोगों ने भी दस्तारबंदी करने वाले मुस्लिमों के गले मिल कर कौमी एकता की मिसाल कायम की। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ का विजयदशमी उत्सव विगत गुरुवार सुबह 8.30 बजे अजमेर के सुभाष उद्यान पर आयोजित हुआ था। शस्त्र-पूजन और उद्बोधन के बाद दो पथ-संचलन शहर के मुख्य-मार्गों से होते हुए फिर सुभाष उद्यान पर संपन्न हुआ। बाल स्वयंसेवकों में कक्षा 6 से 9 तक के विद्यार्थी शामिल हुए। इस दौरान आरएसएस के लोगों ने कन्याओं को खाना भी खिलाया।
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