साठ की आयु में यौवन का अविष्कार हो गया।
बैठे ही बैठे देख लो मैं धनी शाहूकार हो गया।।
मेरी मृत्यु के फैला रहे थे जो लोग चर्चे अनेक।
उनके सामने ही सैनिकों सी ललकार हो गया।।
पीड़ाएं भूलकर कुंभकर्णी नींद कैसे सो जाऊं।
और कैसे मान लूं पुनः कृष्ण अवतार हो गया।।
देखो बलात्कारों पर आधारित बात ना करना।
चूंकि जजों से भी न्यायिक बलात्कार हो गया।।
दुनिया भर में प्रकाशमान हैं आप चंद्रचूड़ जी।
पर मेरे प्रश्नों का क्यों अंतिम संस्कार हो गया।।