मध्यप्रदेश राज्य प्रशासन द्वारा दिनॉंक 20 नवंबर 2023 को पंजियन क्रमांक उद्यम-एमपी-14- 0009407 के अंतर्गत मान्यता प्राप्त "कीर्तिमान साहित्य पत्रिका" नामक प्रतिष्ठित पत्रिका द्वारा दिनॉंक 25 नवंबर 2023 को आयोजित ग़ज़ल लेखन साप्ताहिक सृजन प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रस्तुति हेतु, सर्वश्रेष्ठ रचना के आधार पर "कीर्तिमान साहित्य ग़ज़ल गौरव सम्मान" से सम्मान पत्र सहित सम्मानित होना मेरे लिए गौरवान्वित है। चूॅंकि यह उन प्रतिष्ठित एवं प्रतिभाशाली साहित्यिक संस्थानों में से एक है जो विद्वान एवं प्रतिभावान ग़ज़लकारों को उनकी विद्वता के प्रतिस्पर्धात्मक आधार पर सम्मानित करते हैं न कि सरकारी अकादमियों की भॉंति चाटुकारिता एवं स्वार्थपूर्ण चापलूसी के आधार पर पुरस्कृत करते हैं।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त साहित्यिक पत्रिका के आदरणीय विद्वान संस्थापक संवैधानिक मौलिक कर्तव्यों पर आधारित राष्ट्रीय भावनाओं को जागृत कर रहे हैं जिसकी उद्देश्यपूर्ति हेतु उनके उल्लेखित साहित्यिक श्लोगन "नहीं रहेगा कोई बैर और दंगा जब बहेगी साहित्य की गंगा" रूपी गंगा के निर्मल जल की भॉंति एक अभियान के रूप में अग्रसर हो रहा है। यह पत्रिका प्रत्येक साहित्यिक दृष्टिकोण से राष्ट्र की सेवा में समर्पित है। चूॅंकि यह सम्पूर्ण भारत से राष्ट्र को समर्पित लेखकों को प्राथमिकता देते हुए उन्हें उत्साहित कर रही है। इनके पास हिंदी भाषा के अद्वितीय विशेषज्ञ भी हैं जो अहिन्दी भाषी राज्यों के साहित्यकारों की अल्प विराम से लेकर साधारण बिंदु सहित पूर्णविराम तक की त्रुटि को प्रेम पूर्वक सुधारने का कार्य कर रहे हैं। जिसके लिए वह अद्वितीय, अकल्पनीय एवं अविश्वसनीय विद्वान विशेषज्ञ भी साधुवाद के विशेष पात्र हैं। जो निस्वार्थ हिंदी भाषा की सेवा में समर्पित होकर हिंदी भाषा का राष्ट्रीय स्तर पर शुद्धिकरण, विकास और विस्तार कर रहे हैं।
यह कहना भी अतिश्योक्ति नहीं होगा कि उपरोक्त महानुभावों से भी अपने पृथक स्वभाव अनुसार मेरी साहित्यिक नोंकझोंक हुई थी और मैंने उक्त उपलब्धियों का त्याग कर दिया था। परन्तु सौभाग्यवश इस पत्रिका के कुशल सह संपादक आदरणीय श्री शरद एसपी जैन जी ने अपनी अनुपम योग्यता का प्रदर्शन करते हुए मुझ अभागे को सौभाग्यशाली बनाते हुए पुनः प्रतिष्ठित कीर्तिमान साहित्य पत्रिका परिवार में सम्मिलित कर गौरवान्वित किया। जिसके लिए मैं समस्त विद्वान परिवारजनों सहित पत्रिका के आदरणीय मुख्य संपादक देवाशीष मिश्र जी, सह सम्पादक श्री शरद एसपी जैन जी, संचालक श्री श्रेयस पाण्डेय जी और काव्य गोष्ठी संयोजिका अपर्णा गौरी जी सहित प्रतियोगिता के समस्त सम्मानित प्रतिभागियों को हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएं देता हूॅं। जिन्होंने मुझे उपरोक्त उपलब्धियों से मालामाल किया और स्वर्णिम लेखन का शुभ अवसर प्रदान किया।
अंततः उपरोक्त पत्रिका एवं प्रतिस्पर्धियों को साधुवाद देते हुए मैं संस्थान एवं संस्थापकों को खुले हृदय से नमन करता हूॅं और मंचासीन समस्त महानुभावों का हृदय तल से आभार व्यक्त करता हूॅं। सम्माननीयों जय हिन्द
प्रार्थी
इंदु भूषण बाली
व्यक्तिगत रूप से याचिकाकर्ता (पीटीशनर इन पर्सन)।
वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय लेखक व राष्ट्रीय पत्रकार, राष्ट्रीय चिंतक, आरएसएस का स्वयंसेवक, भ्रष्टाचार के विरुद्ध विश्व की लम्बी ग़ज़ल, राष्ट्रभक्ति एवं मौलिक कर्तव्यों के नारों में विश्व कीर्तिमान स्थापितकर्ता
एवं
भारत के राष्ट्रपति पद का पूर्व प्रत्याशी,
वार्ड अंक 01, डाकघर व तहसील ज्यौड़ियां, जनपद जम्मू, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, पिनकोड 181202।