ऑंखों का धोखा था कि पानी है। सॉंस जीवन की कड़वी कहानी है।।
मैं टूटा नहीं तोड़ने का प्रयास था।
लक्ष्मी चंचल है आनी व जानी है।।
मेरे अपने हैं अपने ही रहेंगे भाई।
घरों में लड़ाई की रीत पुरानी है।।
महाभारत से अधिक कहां लड़ा हूॅं।
चचेरे मौसेरे फुफेरे जिंदा निशानी है।।
बस जीतना बाकी है न्यायालय में।
फिर देखूंगा कौन किसकी नानी है।।