जेल और मृत्यु के डर से आगे की बढ़त रूपी जीत साधारण व्यक्ति के असाधारण दार्शनिक व्यक्तित्व को दर्शाती है जो उक्त असंतोषजनक विद्वान व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता को भी सार्वभौमिक संतुष्ट करती है। यही नहीं बल्कि इससे उक्त व्यक्ति का व्यक्तित्व एवं अस्तित्व वैश्विक स्तर पर पहुॅंच जाता है और वैश्विक बुद्धिजीवी वर्ग को लगता है कि उनके समक्ष उक्त अलौकिक व्यक्तित्व के रूप में "महान दार्शनिक सुकरात" जी आकर खड़े हो गए हैं जो वर्तमान महान वैज्ञानिकों, साहित्यकारों, सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रतिष्ठानों से लेकर न्यायिक विशेषज्ञों से सार्वभौमिक प्रश्न पूछ रहे हों कि मुझे विष अर्थात ज़हर क्यों पिलाया गया था?
माननीय महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी, माननीय उच्चतम न्यायालय के विद्वान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ जी और सशक्त माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी कुछ ऐसे ही प्रश्न स्वतंत्र भारत में आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपरान्त भी भारतीय नागरिक अपने आलेखों के माध्यम से संविधान और संवैधानिक पदों पर विराजमान माननीयों से सादर संवैधानिक एवं संसदीय प्रश्न पूछ रहे हैं कि कृपया बताऍं कि संविधान में दर्शाए मौलिक कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक करने और उनके अंतर्गत आते मौलिक अधिकारों की सार्वजनिक पूर्ति कब होगी?
यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से इसलिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं कि स्वार्थी, चाटुकार और चापलूस लोग संविधान में दर्शाए गए मौलिक कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन नहीं करते और मौलिक अधिकारों का विधिक रूप से दुरूपयोग कर रहे हैं। जैसे आप तीनों की नाक के नीचे जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का संस्कृति विभाग भारत सरकार के पारदर्शी भारत अभियान और भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान का खुल्लमखुल्ला विरोध कर रहा है। जिसमें जम्मू और कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी के आदरणीय सचिव श्री भारत सिंह मन्हास जी से लेकर सरकार के संस्कृति सचिव भी जानबूझकर अथवा अज्ञानतावश संलिप्त हैं और बताया यहॉं तक जाता है कि यह समस्त भ्रष्टाचार माननीय विद्वान उप राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी के नेतृत्व में उनकी ही प्रबल इच्छा से किया जा रहा है।
उल्लेखनीय प्रमाण यह भी है कि संस्कृति विभाग की वर्तमान विशेष सचिव आदरणीय श्रीमती त्रिशला कुमारी जी को जम्मू कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी जम्मू के राइटर्स क्लब के के.एल. सहगल सभागार में अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मंचासीन असाहित्यिक विभूतियों के संग सार्वजनिक सम्मानित होते देखा जा रहा है या अकादमी के सॉंस्कृतिक अधिकारी आदरणीय डॉ. शाहनवाज जी एवं प्रशासनिक सचिव आदरणीय श्री भारत सिंह मन्हास जी द्वारा मीडिया की उपस्थिति में दिखाया जा रहा है। जिसे आपत्तिजनक कहना अतिश्योक्ति नहीं है।
चूॅंकि यद्यपि राष्ट्रहित एवं राष्ट्रनिर्माता स्थानीय लेखकों का ऐसे ही दुर्भावनावश "तिरस्कार" होता रहा और विदेशी सॅंस्थानों को भरपूर सौहार्दपूर्ण "प्यार" मिलता रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब जम्मू और कश्मीर का संस्कृति विभाग विदेशी सॅंस्थानों के रूप में अमानवीय आईएसआई के अध्यक्ष को मानवीय बताते हुए भाषा अकादमी के संस्कृति अधिकारी आदरणीय डॉ. शाहनवाज जी और प्रशासनिक अधिकारी आदरणीय श्री भारत सिंह मन्हास जी इसी राइटर्स क्लब के के.एल. सहगल सभागार में आयोजित कार्यक्रमों में सम्मानित करते देखे एवं दिखाए जाऍंगे। जिनके दुस्साहसपूर्ण दुष्प्रभावों से आगामी लोकसभा और प्रादेशिक चुनाव भी निश्चित रूप से पूर्णतः प्रभावित होंगे।
अतः माननीय महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी, माननीय विद्वान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ जी और लोकप्रिय माननीय सशक्त प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी राष्ट्रहित में जेल और मृत्यु के डर से आगे बढ़ कर राष्ट्रीय मौलिक कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक पूरा करते हुए निडरतापूर्वक बिंदास आप तीनों माननीयों को सादर सूचित कर रहा हूॅं कि समय रहते भारतीय सभ्यता और संस्कृति के साथ भारतीयता को बचाने हेतु जम्मू कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी की निष्पक्ष जॉंच करवा कर राष्ट्र को कृतार्थ करें। सम्माननीयों जय हिन्द
प्रार्थी
डॉ. इंदु भूषण बाली
वरिष्ठ पत्रकार एवं अंतर्राष्ट्रीय लेखक,
सम्पूर्ण न्याय हेतु और भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर विश्व की सबसे लम्बी हिंदी ग़ज़ल के कीर्तिमान,
भारत के राष्ट्रपति पद का पूर्व प्रत्याशी,
ज्यौड़ियॉं (जम्मू)
जम्मू और कश्मीर।
Grievance Status for registration number : PRSEC/E/2024/0002806
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Indu Bhushan Bali
Date of Receipt
19/01/2024
Received By Ministry/Department
President's Secretariat
Grievance Description
जेल और मृत्यु के डर से आगे की बढ़त आलेख जेल और मृत्यु के डर से आगे की बढ़त रूपी जीत साधारण व्यक्ति के असाधारण दार्शनिक व्यक्तित्व को दर्शाती है जो उक्त असंतोषजनक विद्वान व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता को भी सार्वभौमिक संतुष्ट करती है यही नहीं बल्कि इससे उक्त व्यक्ति का व्यक्तित्व एवं अस्तित्व वैश्विक स्तर पर पहुॅंच जाता है और वैश्विक बुद्धिजीवी वर्ग को लगता है कि उनके समक्ष उक्त अलौकिक व्यक्तित्व के रूप में महान दार्शनिक सुकरात जी आकर खड़े हो गए हैं जो वर्तमान महान वैज्ञानिकों साहित्यकारों सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रतिष्ठानों से लेकर न्यायिक विशेषज्ञों से सार्वभौमिक प्रश्न पूछ रहे हों कि मुझे विष अर्थात ज़हर क्यों पिलाया गया था
माननीय महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी माननीय उच्चतम न्यायालय के विद्वान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ जी और सशक्त माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी कुछ ऐसे ही प्रश्न स्वतंत्र भारत में आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपरान्त भी भारतीय नागरिक अपने आलेखों के माध्यम से संविधान और संवैधानिक पदों पर विराजमान माननीयों से सादर संवैधानिक एवं संसदीय प्रश्न पूछ रहे हैं कि कृपया बताऍं कि संविधान में दर्शाए मौलिक कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक करने और उनके अंतर्गत आते मौलिक अधिकारों की सार्वजनिक पूर्ति कब होगी यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से इसलिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं कि स्वार्थी चाटुकार और चापलूस लोग संविधान में दर्शाए गए मौलिक कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन नहीं करते और मौलिक अधिकारों का विधिक रूप से दुरूपयोग कर रहे हैं जैसे आप तीनों की नाक के नीचे जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का संस्कृति विभाग भारत सरकार के पारदर्शी भारत अभियान और भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान का खुल्लमखुल्ला विरोध कर रहा है जिसमें जम्मू और कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी के आदरणीय सचिव श्री भारत सिंह मन्हास जी से लेकर सरकार के संस्कृति सचिव भी जानबूझकर अथवा अज्ञानतावश संलिप्त हैं और बताया यहॉं तक जाता है कि यह समस्त भ्रष्टाचार माननीय विद्वान उप राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी के नेतृत्व में उनकी ही प्रबल इच्छा से किया जा रहा है उल्लेखनीय प्रमाण यह भी है कि संस्कृति विभाग की वर्तमान विशेष सचिव आदरणीय श्रीमती त्रिशला कुमारी जी को जम्मू कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी जम्मू के राइटर्स क्लब के के.एल. सहगल सभागार में अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मंचासीन असाहित्यिक विभूतियों के संग सार्वजनिक सम्मानित होते देखा जा रहा है या अकादमी के सॉंस्कृतिक अधिकारी आदरणीय डॉ. शाहनवाज जी एवं प्रशासनिक सचिव आदरणीय श्री भारत सिंह मन्हास जी द्वारा मीडिया की उपस्थिति में दिखाया जा रहा है जिसे आपत्तिजनक कहना अतिश्योक्ति नहीं है चूॅंकि यद्यपि राष्ट्रहित एवं राष्ट्रनिर्माता स्थानीय लेखकों का ऐसे ही दुर्भावनावश तिरस्कार होता रहा और विदेशी सॅंस्थानों को भरपूर सौहार्दपूर्ण प्यार मिलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब जम्मू और कश्मीर का संस्कृति विभाग विदेशी सॅंस्थानों के रूप में अमानवीय आईएसआई के अध्यक्ष को मानवीय बताते हुए भाषा अकादमी के संस्कृति अधिकारी आदरणीय डॉ. शाहनवाज जी और प्रशासनिक अधिकारी आदरणीय श्री भारत सिंह मन्हास जी इसी राइटर्स क्लब के के.एल. सहगल सभागार में आयोजित कार्यक्रमों में सम्मानित करते देखे एवं दिखाए जाऍंगे जिनके दुस्साहसपूर्ण दुष्प्रभावों से आगामी लोकसभा और प्रादेशिक चुनाव भी निश्चित रूप से पूर्णतः प्रभावित होंगे
अतः माननीय महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी माननीय विद्वान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ जी और लोकप्रिय माननीय सशक्त प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी राष्ट्रहित में जेल और मृत्यु के डर से आगे बढ़ कर राष्ट्रीय मौलिक कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक पूरा करते हुए निडरतापूर्वक बिंदास आप तीनों को सूचित कर रहा हूॅं कि समय रहते भारतीय सभ्यता और संस्कृति के साथ भारतीयता को बचाने हेतु जम्मू कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी की निष्पक्ष जॉंच करवा कर राष्ट्र को कृतार्थ करें सम्माननीयों जय हिन्द प्रार्थी डॉ. इंदु भूषण बाली वरिष्ठ पत्रकार एवं अंतर्राष्ट्रीय लेखक सम्पूर्ण न्याय हेतु और भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर विश्व की सबसे लम्बी हिंदी ग़ज़ल के कीर्तिमान सहित भारत के राष्ट्रपति पद का पूर्व प्रत्याशी ज्यौड़ियॉं जम्मू जम्मू और कश्मीर
Current Status
Under process
Date of Action
19/01/2024
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Manoj Kumar Dwivedi (Comm Secretary GAD)
Organisation name
Union Territory of Jammu and Kashmir
Contact Address
Room No. 318-19 Govt of JK, Civil Sectt., Srinagar
Email Address
gad-jk@nic.in
Contact Number
01912570018
Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2024/0014555
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Indu Bhushan Bali
Date of Receipt
19/01/2024
Received By Ministry/Department
Prime Ministers Office
Grievance Description
जेल और मृत्यु के डर से आगे की बढ़त।
(आलेख)
जेल और मृत्यु के डर से आगे की बढ़त रूपी जीत साधारण व्यक्ति के असाधारण दार्शनिक व्यक्तित्व को दर्शाती है जो उक्त असंतोषजनक विद्वान व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता को भी सार्वभौमिक संतुष्ट करती है। यही नहीं बल्कि इससे उक्त व्यक्ति का व्यक्तित्व एवं अस्तित्व वैश्विक स्तर पर पहुॅंच जाता है और वैश्विक बुद्धिजीवी वर्ग को लगता है कि उनके समक्ष उक्त अलौकिक व्यक्तित्व के रूप में "महान दार्शनिक सुकरात" जी आकर खड़े हो गए हैं जो वर्तमान महान वैज्ञानिकों, साहित्यकारों, सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रतिष्ठानों से लेकर न्यायिक विशेषज्ञों से सार्वभौमिक प्रश्न पूछ रहे हों कि मुझे विष (ज़हर) क्यों पिलाया गया था?
माननीय महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी, माननीय उच्चतम न्यायालय के विद्वान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ जी और सशक्त माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी कुछ ऐसे ही प्रश्न स्वतंत्र भारत में आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपरान्त भी भारतीय नागरिक अपने आलेखों के माध्यम से संविधान और संवैधानिक पदों पर विराजमान माननीयों से सादर संवैधानिक एवं संसदीय प्रश्न पूछ रहे हैं कि कृपया बताऍं कि संविधान में दर्शाए मौलिक कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक करने और उनके अंतर्गत आते मौलिक अधिकारों की सार्वजनिक पूर्ति कब होगी?
यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से इसलिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं कि स्वार्थी, चाटुकार और चापलूस लोग संविधान में दर्शाए गए मौलिक कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन नहीं करते और मौलिक अधिकारों का विधिक रूप से दुरूपयोग कर रहे हैं। जैसे आप तीनों की नाक के नीचे जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का संस्कृति विभाग भारत सरकार के पारदर्शी भारत अभियान और भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान का खुल्लमखुल्ला विरोध कर रहा है। जिसमें जम्मू और कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी के आदरणीय सचिव श्री भारत सिंह मन्हास जी से लेकर सरकार के संस्कृति सचिव भी जानबूझकर अथवा अज्ञानतावश संलिप्त हैं और बताया यहॉं तक जाता है कि यह समस्त भ्रष्टाचार माननीय विद्वान उप राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी के नेतृत्व में उनकी ही प्रबल इच्छा से किया जा रहा है।
उल्लेखनीय प्रमाण यह भी है कि संस्कृति विभाग की वर्तमान विशेष सचिव आदरणीय श्रीमती त्रिशला कुमारी जी को जम्मू कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी जम्मू के राइटर्स क्लब के के.एल. सहगल सभागार में अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मंचासीन असाहित्यिक विभूतियों के संग सार्वजनिक सम्मानित होते देखा जा रहा है या अकादमी के सॉंस्कृतिक अधिकारी आदरणीय डॉ. शाहनवाज जी एवं प्रशासनिक सचिव आदरणीय श्री भारत सिंह मन्हास जी द्वारा मीडिया की उपस्थिति में दिखाया जा रहा है। जिसे आपत्तिजनक कहना अतिश्योक्ति नहीं है।
चूॅंकि यद्यपि राष्ट्रहित एवं राष्ट्रनिर्माता स्थानीय लेखकों का ऐसे ही दुर्भावनावश "तिरस्कार" होता रहा और विदेशी सॅंस्थानों को भरपूर सौहार्दपूर्ण "प्यार" मिलता रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब जम्मू और कश्मीर का संस्कृति विभाग विदेशी सॅंस्थानों के रूप में आईएसआई के अध्यक्ष को भाषा अकादमी के संस्कृति अधिकारी आदरणीय डॉ. शाहनवाज जी और प्रशासनिक अधिकारी आदरणीय श्री भारत सिंह मन्हास जी इसी राइटर्स क्लब के के.एल. सहगल सभागार में आयोजित कार्यक्रमों में सम्मानित करते देखे एवं दिखाए जाऍंगे। जिनके दुस्साहसपूर्ण दुष्प्रभावों से आगामी लोकसभा और प्रादेशिक चुनाव भी पूर्णतः प्रभावित होंगे।
अतः माननीय महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी, माननीय विद्वान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ जी और माननीय सशक्त प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी राष्ट्रहित में जेल और मृत्यु के डर से आगे बढ़ कर राष्ट्रीय मौलिक कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक पूरा करते हुए आप तीनों को सूचित कर रहा हूॅं कि समय रहते भारतीय सभ्यता और संस्कृति के साथ भारतीयता को बचाने हेतु जम्मू कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी की निष्पक्ष जॉंच करवा कर राष्ट्र को कृतार्थ करें। सम्माननीयों जय हिन्द
प्रार्थी
डॉ. इंदु भूषण बाली
वरिष्ठ पत्रकार एवं अंतर्राष्ट्रीय लेखक, सम्पूर्ण न्याय हेतु और भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर विश्व की सबसे लम्बी हिंदी ग़ज़ल के कीर्तिमान सहित भारत के राष्ट्रपति पद का पूर्व प्रत्याशी,
ज्यौड़ियॉं (जम्मू)
जम्मू और कश्मीर
Current Status
Under process
Date of Action
19/01/2024
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Manoj Kumar Dwivedi (Comm Secretary GAD)
Organisation name
Union Territory of Jammu and Kashmir
Contact Address
Room No. 318-19 Govt of JK, Civil Sectt., Srinagar
Email Address
gad-jk@nic.in
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