मेरा रुका प्रत्येक काम श्रीराम कर देंगे।
हार कर बजरंगी जीत मेरे नाम कर देंगे।।
पीछा छुड़ा कर भागे गा कब तक यश।
ठोककर सीना बर्बाद, बदनाम कर देंगे।।
सेवा करने वालों को ही मिलता है मेवा।
सार्वभौमिक अद्भुत हम काम कर देंगे।।
सोच उनकी बुद्धि विवेक से वंचित थी।
दीक्षा संस्कार होते ही प्रणाम कर देंगे।।
बीती बातें और रातें याद मत दिलाओ।
वैवाहिक परिपूर्णता घनश्याम कर देंगे।।
स्वरचित
इंदु भूषण बाली
ज्यौड़ियॉं
जम्मू और कश्मीर